Thursday, October 14, 2010

" पापा"

पिता... अस्तित्व का ऐसा चमत्कार होता है जो आपके जन्म के पहले से ही प्रतिपल आपके साथ घटित होता है. मैं अपने पिता से बहुत प्यार करता हूँ. और जानता हूँ कि वो भी मुझसे असीम लगाव रखते हैं. इसी विचार कि स्विकारोंक्ति के साथ मैं खुद के साथ अपने पिता के बारे मैं संवाद " पापा" के रूप मैं कर रहा हूँ.

1 comment:

  1. bahut khoob kuchh alag tarah ka blog hai.... pita ke moun prem ko samjhana sachmuch aasan nahin tota....

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